ईंट मनके तथा अस्थियां हड़प्पा सभ्यता Subjective Question Class 12th History || History Class 12th CHapter-1 Subjective Question

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ईंट मनके तथा अस्थियां हड़प्पा सभ्यता Subjective Question Class 12th History || History Class 12th CHapter-1 Subjective Question

1. हड़प्पा सभ्यता के पतन के प्रमुख कारणों का वर्णन करें। [BSEB-: 2010-12-18-19-20]
Ans. इसके पतन के निम्नलिखित कारण दिये जाते है
(i) सिन्धु क्षेत्र में आगे चलकर वर्षा कम हो गयी। फलस्वरूप कृषि और पशुपालन में कठिनाई होने लगी।
(ii) कुछ लोगों के अनुसार यहाँ भूकंप आने से बस्तियाँ समाप्त हो गयी।
(iii) कुछ दूसरे लोगों का कहना था कि यहाँ भीषण बाढ़ आ गयी और पानी जमा हो गया। इसके कारण लोग दूसरे स्थान पर चले गये।
(iv) एक विचार यह भी माना जाता है कि सिंधु नदी की धारा बदल गयी और सभ्यता का क्षेत्र नदी से दूर हो गया।

2. पुरातत्व से आप क्या समझते हैं? [BSEB-: 2015-19]
या-: उत्खनन से आप क्या समझते हैं? [BSEB-: 2021]
Ans. पुरातत्व वह विज्ञान है जिसके माध्यम से पृथ्वी के गर्भ में छिपी हुई सामग्रियों की खुदाई कर अतीत के लोगों के भौतिक जीवन का ज्ञान देना। किसी भी सभ्यता के इतिहास को जानने में पुरातत्व एक महत्वपूर्ण स्रोत है। हड़प्पा सभ्यता का ज्ञान पुरातत्व पर ही आधारित है। उत्खनन से विभिन्न सभ्यताओं की प्राचीनता का पता चलता है। पुरातात्विक वस्तुएँ जितनी गहराई पर प्राप्त होती हैं वे उतनी ही प्राचीन होती हैं।

3. हड़प्पा वासियों द्वारा व्यवहृत सिंचाई के साधनों का वर्णन करें। [BSEB-: 2013]
Ans. अधिकांश हड़प्पा स्थल अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में स्थित है। जहाँ संभवतः कृषि के लिए सिंचाई की आवश्यकता पड़ती होगी। अफगानिस्तान में सौतुगई नामक हड़प्पा स्थल से नहरों के कुछ अवशेष मिले हैं, परन्तु पंजाब और सिंध में नहीं। ऐसा संभव है कि प्राचीन नहरें बहुत पहले ही गाद से भर गई थीं। ऐसा भी हो सकता है कि कुओं से प्राप्त पानी का प्रयोग सिंचाई के लिए किया जाता हो। इसके अतिरिक्त धौलावीरा (गुजरात) में मिले जलाशयों का प्रयोग संभवतः कृषि के लिए जल संचयन हेतु किया जाता था।

4. C-R 37 से आप क्या समझते हैं?
Ans. हड़प्पा नगर-क्षेत्र की दक्षिण दिशा में सिन्धु सभ्यता के काल का एक कब्रिस्तान मिला है जिसे ‘समाधि आर-37 नाम दिया गया है।

Q.5. इतिवृत क्या है ? [BSEB-: 2018]
Ans. इतिवृत्त घटनाओं का अनवरत कालाक्रमिक विवरण प्रस्तुत करते हैं। ये इतिवृत्त मुग़ल राज्य की संस्थाओं के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी देते हैं।

6. हड़प्पा लिपि के बारे में आप क्या जानते हैं? Or, हड़प्पा लिपि की विशेषताएँ बताएँ। [BSEB-: 2021]
Ans. हड़प्पा लिपि को रहस्यमय कहा गया है क्योकि इसे अभी तक पढ़ा नहीं जा सका। इस प्रकार इसका रहस्य अभी तक बना हुआ है।
@ इसकी विशेषताएँ निम्नलिखित है-
(i) यह लिपि वर्णमालीय नहीं थीं। यह ऐसे चिह्नों वाली थी जो किसी विशेष स्वर या व्यंजन को व्यक्त नहीं करती। इस लिपि के चिह्नों की संख्या 375 से 400 के बीच है। यह लिपि दाई ओर से बाई ओर लिखी जाती थी। इसका संकेत इस बात से मिलता है कि मुहरों पर इसकी लिखावट में दाई ओर चौड़ा अंतराल है, जबकि बाईं ओर संकुचित है जैसे कि लिखते समय बाई ओर स्थान कम पड़ गया हो। इस लिपि की लिखावट बहुत-सी वस्तुओं पर मिली है। इसका अर्थ यह लगाया जाता है कि साक्षरता व्यापक रूप में थी।

7. मोहनजोदड़ों के विशाल स्नानागार का वर्णन करें। [BSEB-: 2019-21]
Ans. सिंधु घाटी के लोगों ने अनेक प्रकार के भवनों का निर्माण किया। और रहने के लिए अनेक सार्वजनिक भवनों का निर्माण किया। इन सार्वजनिक भवनों में सबसे मुख्य मोहनजोदड़ों का स्नानागार था जिसका बाहरी घेरा (180×180) फीट है। इस तालाब की आन्तरिक लम्बाई 39 फीट, चौड़ाई 23 फीट और गहराई 8 फीट है। इसके चारों ओर काफी बरामदे बने हुए है। इस तालाब के पास एक कुँआ है जिसका पानी इस तालाब को भरने के लिए प्रयोग में लाया जाता था।

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