class 1 to 8 त्रैमासिक परीक्षा दिसंबर 2025 Answers
| 8th सामाजिक विज्ञान | Download I || II |
| 7th सामाजिक विज्ञान | Download I || II |
| 6th सामाजिक विज्ञान | Download I || II |
| 5th सामाजिक विज्ञान | Download I || II |
| 3th सामाजिक विज्ञान | Download I || II |
| 3th सामाजिक विज्ञान | Download I || II |
आप Bihar Board (बिहार बोर्ड) की त्रैमासिक परीक्षा के बारे में पूछ रहे हैं।
कृपया यह बता दें👇
1️⃣ कक्षा – 10वीं या 12वीं
2️⃣ विषय – जैसे हिन्दी, विज्ञान, भौतिकी, जीवविज्ञान, रसायन आदि
3️⃣ क्या चाहिए –
Objective प्रश्न–उत्तर
Short / Long प्रश्न
Model Paper
पूरा त्रैमासिक परीक्षा सिलेबस
🏫 बिहार बोर्ड अर्धवार्षिक परीक्षा (Class 1 से 8 तक)
📅 1. परीक्षा की तिथि (Exam Date)
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के निर्देशानुसार,
कक्षा 1 से 8 तक की अर्धवार्षिक परीक्षा आमतौर पर
➡️ सितंबर माह के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर के पहले सप्ताह के बीच होती है।
(जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा समय-सारिणी जारी की जाती है।)
📘 2. परीक्षा का आयोजन (Conduct of Exam)
यह परीक्षा विद्यालय स्तर पर (School Based Exam) होती है।
प्रश्नपत्र एवं अंकन कार्य विद्यालय द्वारा किया जाता है।
मूल्यांकन के बाद परिणाम विद्यालय द्वारा घोषित किया जाता है।
📚 3. पाठ्यक्रम (Syllabus)
अर्धवार्षिक परीक्षा में शामिल होते हैं:
📖 कक्षा 1 से 8 तक के पहले छह अध्याय या
पाठ्यक्रम का 50% भाग जो अप्रैल से अगस्त तक पढ़ाया जाता है।
📄 4. प्रमुख विषय (Main Subjects)
सभी कक्षाओं के लिए निम्नलिखित विषयों पर परीक्षा होती है –
| कक्षा | विषय |
|---|---|
| 1 से 5 | हिंदी, गणित, पर्यावरण अध्ययन (EVS), अंग्रेजी |
| 6 से 8 | हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत / उर्दू |
🧮 5. प्रश्न पत्र का प्रारूप (Question Paper Pattern)
| भाग | प्रश्न का प्रकार | अंक |
|---|---|---|
| भाग A | वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective) | 1 अंक प्रत्येक |
| भाग B | लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer) | 2 अंक प्रत्येक |
| भाग C | दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer) | 3-5 अंक प्रत्येक |
कुल अंक: 100
परीक्षा समय: 3 घंटे
🏆 6. परिणाम (Result)
परीक्षा के बाद विद्यालय परिणाम घोषित करते हैं।
विद्यार्थियों को अगली परीक्षा (वार्षिक) के लिए तैयारी हेतु फीडबैक दिया जाता है।
📑 7. उद्देश्य (Purpose of Exam)
विद्यार्थियों की अवधि अनुसार प्रगति का मूल्यांकन।
विषयों की समझ और लेखन क्षमता का परीक्षण।
वार्षिक परीक्षा की तैयारी का आधार बनाना।
