1- फैराडे का द्वितीय नियम-:
Answer-: इस नियम के अनुसार विभिन्न विभिन्न अपघट्य के विलयन में समान विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो इलेक्ट्रोड पर मुक्त धातुओं की मात्रा उसके तुल्यांकी भार का समानुपाती होता है
माना की इलेक्ट्रोड से मुक्त पदार्थों की मात्रा m1 तथा m2 है और उनके तुल्यांकी भार E1 तथा E2 है
फैराडे के द्वितीय नियम से:-
m1/m2=E1/E2
2- अमीन,अमोनिया का प्रबल क्षार होता है क्यों?
Answer-: अमीन में धनात्मक इडंक्टिभ प्रभाव के कारण नाइट्रोजन परमाणु पर इलेक्ट्रॉन घनत्व बढ़ जाता है अत: अमीन अमोनिया से प्रबल क्षार होता है
3- विलयन की मोलरता(molarity of solution)
Answer-: किसी एक लिटर विलयन में घुले हुए विलेय की कुल मोलो की संख्या विलयन की मोलरता कहलाता है , इसे M के द्वारा सूचित किया जाता है
M= विलेय की मोलो की संख्या/ विलयन का आयतन लीटर में
4- न्यूक्लिक अम्ल क्या है?
Answer-: न्यूक्लिक अम्ल एक जैव बहुलक होते हैं जो न्यूक्लियोटाइड के पूर्णावृत्ति इकाइयों के मिलने से बनते हैं न्यूक्लिक अम्ल कहलाते हैं
Ex-: RNA तथा DNA मुख्य न्यूक्लिक अम्ल होते हैं
5- चांदी विद्युत का अच्छा सुचालक है क्यों?
Answer-: चांदी के संयोजी बैंड अपूर्ण भरे होते हैं जिसमें इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण संयोजी बैंड से चालन बैंड में आसानी से होता है जिसके कारण चांदी विद्युत का अच्छा सुचालक होता है
6- आदर्श विलयन का गुण को लिखें ।
(।) यह राउल्ट के नियम का पालन करता है
(।।)इसमें एंथैल्पी परिवर्तन का मान्य शून्य होता है
(।।।) इसमें आयतन परिवर्तन का मान शून्य होता है
7. अनादर्श विलयम का गुण को लिखें । (।) यह राउल्ट के नियम का पालन नहीं करता है ।
(।।)इसमें एंथैल्पी परिवर्तन का मान्य शून्य नहीं होता है
(।।।)इसमें आयतन परिवर्तन का मान शून्य नहीं होता है
8- मोलरता के गुण को लिखें ।
(I) मोलरता के तार पर निर्भर करता है
(II) इसे M द्वारा सूचित किया जाता है
(III) इसकी इकाई mol lit-1होती है
(IV) 1 लीटर विलियन में घूले हुए विलेय के कुल मोलो की संख्या को मोलरता कहते हैं
- 9. मोललता के गुण को लिखें
(I)मोललता के तार पर निर्भर नहीं करता है
(II) इसे m द्वारा सूचित किया जाता है
(III)इसकी mol kg-1इकाई होती है
(IV)1kg विलायक में घुले विलेय के कुल मोलो की संख्या को मोललता कहते हैं
10- गालक एवं धातुमल में अंतर करें
Answer-:
गालक:-अयस्क में उपस्थित अगलनीय अशुद्धियों को दूर करने के लिए जो पदार्थ डाला जाता है उसे गालक कहते हैं
धातुमल:- गालक,अगलनीय अशुद्धियों के साथ प्रतिक्रिया करके जिस अगलनीय पदार्थ का निर्माण करता है उसे धातुमल कहते हैं